पर्यावरण का शाब्दिक अर्थ होता है चारों ओर से घेरे हुए तत्वों का समुच्चय। यह जैविक और अजैविक घटकों की समष्टि होती है जो किसी जीवधारी अथवा पारितंत्रीय आबादी को प्रभावित करते हैं। इसमें वातावरण, परिस्थिति, पड़ोस, पर्यावरणीय अस्तित्व, जैव विविधता, जैव परिवेश, जलवायु, जल, वनस्पति, जीव-जंतु, जलजीव, वन, जलवायु परिवर्तन, जलवायु अनुकूलन, जलवायु असंतुलन, जलवायु बदलाव, जलवायु विज्ञान, जलवायु शास्त्र आदि शामिल होते हैं।